मप्र पीएससी परीक्षा में भील समाज से जुड़े विवादित सवाल पर जांच के आदेश

इंदौर-- मप्र लोक सेवा आयोग ( पीएससी ) की रविवार को हुई प्रारंभिक परीक्षा में भील समाज को आपराधिक प्रवृत्ति का बताए जाने के मामले में सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं । मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि दोषियों को दंड मिलना चाहिए । वहीं , कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने इसके लिए मुख्यमंत्री से विधानसभा में खेद व्यक्त करने की मांग ट्विटर के माध्यम से की है । विधायक डॉ . हीरालाल अलावा ने मुख्यमंत्री से पीएससी के अध्यक्ष भास्कर चौबे तथा सचिव रेणु पंत को बर्खास्त कर एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने की मांग कर दी है ।

पीएससी परीक्षा • परीक्षा के एक सवाल में भील को अपराधिक प्रवृत्ति का बताया था • विधायक लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से खेद जताने की मांग की सिंह ने कहा कि ऐसी अशोभनीय टिप्पणी करने वाले अधिकारी को सजा तो मिलनी ही चाहिए , साथ ही मुख्यमंत्री को भी विधानसभा में खेद व्यक्त करना चाहिए । इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि आदिवासी समुदाय , भील जनजाति का बेहद सम्मान किया है । उनके उत्थान व हितों के लिए कई कार्य किए हैं । मप्र कांग्रेस कमेटी की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि सरकार जिम्मेदार लोगों तथा अधिकारियों की भूमिका की जांच कर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई करेगी

पीएससी ने मानी भूल , पेपर सेटर व मॉडरेटर को नोटिस
। राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में भील समुदाय को लेकर पूछे गए सवाल पर मप्र लोक सेवा आयोग ( एमपीपीएससी ) चौतरफा घिर गया है । सोमवार को पीएससी अध्यक्ष भास्कर चौबे ने किसी समुदाय को आहत करने के सवाल को पीएससी की भूल माना और बताया कि पेपर सेट करने वाले प्रोफेसर और मॉडरेटर को नोटिस जारी किया गया है । आयोग की सभी परीक्षाओं के लिए उन्हें ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा । पेपर सेटर और मॉडरेटर से जवाब मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी । गोपनीयता बनाए रखने के लिए आयोग के सदस्य परीक्षा होने तक पेपर नहीं देखते हैं । यह कहना सही नहीं है कि गलती पूरी तरह आयोग की है । आयोग की अपनी सीमा है , इसलिए पीएससी किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करा सकता ।
आदिवासी युवाओं ने पीएससी कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी एवं धरना किया मांग की है जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए,
भीड़ को देखकर पुलिस बल का प्रबंध किया गया, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था ना हो सके


इस विवाद के बढ़ते राजनीतिक विवाद भी बढ़ने लगा भारतीय जनता पार्टी के नेता राकेश सिंह एवं गोपाल भार्गव ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा

कल जारी हो सकती है मॉडल आंसरशीट : प्रारंभिक परीक्षा की मॉडल आंसरशीट बुधवार तक जारी हो सकती है । जिन सवालों के एक से ज्यादा विकल्प सही हैं या एक भी विकल्प सही है , उन्हें हटाया जाएगा । भील समुदाय के गद्यांश को लेकर पूछे गए सभी सवाल हटाए जा सकते हैं ।