मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 सिलेबस| MP TET Varg 3 Syllabus in Hindi 2024
मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (वर्ग-3) की परीक्षा 10 नवंबर 2024 से शुरू हो यह परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जाएगी परीक्षा में कुल 150 प्रश्न रहेंगे प्रत्येक प्रश्न पर एक अंक निर्धारित रहेंगा पात्रता परीक्षा पास होने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए- 90 अंक एवं EWS,OBC,SC/ST एवं दिव्यांगज के लिए 75 अंक प्राप्त करना अनिवार्य है तभी दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे|
- प्रत्येक विषय के लिए 30 प्रश्न एवं 30 अंक निर्धारित रहेंगे|
- परीक्षा की अवधि 2.30 घंटे है|
- ऋणात्मक मूल्यांकन नहीं होगा|
- प्रश्नों के सभी
- पात्रता परीक्षा के सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (MCQ) प्रकार के होंगे, जिनके चार विकल्प होंगे और एक विकल्प सही होगा।
मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 सिलेबस के विषय एवं अंक ( MP Teacher Varg 3 Syllabus Subject 2024)
- (i) बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (Child Development & Pedagogy)-30
- (ii) भाषा-1 (Language 1)-30
- (iii) भाषा-2 (Language-II)-30
- (iv) गणित (Mathematics)-30
- (v) पर्यावरण अध्ययन (Environmental Study)- 30
मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 में प्रश्नों की प्रकृति एवं स्तर
- (i) बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र के प्रश्न 6-11 वर्ष आयु समूह के शिक्षण एवं सीखने के शैक्षिक मनोविज्ञान पर आधारित होंगे, जो विशिष्टताओं की समझ, आवश्यकता, विभिन्न प्रकार के शिक्षार्थियों का मनोविज्ञान, शिक्षार्थी के साथ संवाद और सिखाने हेतु अच्छे फेसिलिटेटर की विशेषताएं एवं गुणों पर आधारित होंगे।
- (ii) भाषा-1 के प्रश्न आवेदन पत्र में चुनी गई भाषा के माध्यम में प्रवाहिता (Proficiency) पर आधारित होंगे।
- (iii) भाषा-2, भाषा-1 से पृथक होगी। आवेदक आवेदन पत्र में हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत व उर्दू में से कोई भी भाषा चुन सकेंगे और ( आवेदन पत्र में चुनी गई भाषा के प्रश्न ही हल कर सकेंगे। भाषा-2 के प्रश्न भाषा के तत्व, संप्रेषण और समझने की क्षमताओं पर आधारित होंगे।
- (iv) गणित एवं पर्यावरण अध्ययन के प्रश्न विषय की अवधारणा, समस्या समाधान और पैड़ागाँजी की समझ पर आधारित होंगे।
प्रश्न पत्र में प्रश्न म.प्र. राज्य के कक्षा 1 से 5 के प्रचलित पाठ्यक्रम/पाठ्यपुस्तकों के टॉपिक्स पर आधारित होंगे, लेकिन इनका कठिनाई स्तर एवं सम्बद्धता हाईस्कूल स्तर तक की हो सकती है।