MP PEB ने भर्ती परीक्षाओं का पुनः संशोधित कैलेंडर जारी किया

MP PEB  ने  भर्ती परीक्षाओं का पुनः संशोधित कैलेंडर जारी किया


पीईबी ने आज पुनः परीक्षा कैलेंडर में संशोधन किया है इस महीने में कई बार परीक्षा कैलेंडर में संशोधन हो चुका है
लगता है पीईबी परीक्षाओं को लेकर अभी निश्चित कार्यक्रम निर्धारित नहीं कर पा रही है 
इसलिए कैलेंडर को बार-बार परिवर्तित करना पड़ रहा है
 प्रदेश के बेरोजगार युवाओं का कहना है कि सरकार उप चुनाव को देखते हुए केवल पीईबी से कैलेंडर ही परिवर्तित करवा रही है युवाओं के रोजगार कि प्रदेश सरकार को कोई चिंता नहीं है अभी हाल ही में मध्य प्रदेश जेल प्रहरी की भर्ती निकाली गई जिसमें बहुत कम पद आने से प्रदेश की युवा में रोष है
युवाओं का कहना है कि मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती पटवारी भर्ती जैसी बड़ी भर्तियों को जानबूझकर रोका गया है और छोटी भर्ती कम पद के साथ जेल पहरी को निकाला गया है ताकि उपचुनाव से पहले बेरोजगारी का मुद्दा विपक्ष ना उठा सके
मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रदेश की युवा एक लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं कई युवा ओवरेज होने की कगार पर खड़े हैं ऐसे में अगर भर्ती नहीं निकाली गई तो कई युवा ओवरेज हो जाएंगे



PEB has revised the re-examination calendar today, many times in this month the examination calendar has been revised.
 It seems that PEB is not able to determine the exact schedule for the exams.
 So the calendar has to be changed frequently
  Unemployed youth of the state say that the government is changing the calendar from PEB only in view of the bye-election, employment of youth is not a matter of concern to the state government. Recently, recruitment of Madhya Pradesh jail guard was removed in which very few posts There is anger among the youth of the state
 The youth say that big recruits like Madhya Pradesh Police Recruitment Patwari Recruitment have been deliberately stopped and Jail Pathari has been removed with a small recruitment low post so that the opposition cannot raise the issue of unemployment before the by-elections.
 Youth of Madhya Pradesh Police Recruitment Examination have been waiting for a long time. Many youths are on the verge of being overaged, in such a situation, if recruitment is not removed, then many youths will be overexposed.