मई में हो सकते हैं 10वीं और 12वीं के बचे हुए पेपर,अप्रैल में परीक्षा का आदेश फर्जी

मई में हो सकते हैं 10वीं और 12वीं के बचे हुए पेपर,अप्रैल में परीक्षा का आदेश फर्जी


भोपाल ( newsjobmp.com )। कोरोना संक्रमण के कारण माध्यमिक शिक्षा मंडल ( माशिमं ) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के बचे हुए पेपर स्थगित कर दिए गए हैं । अब मप्र बोर्ड परीक्षा के बचे हुए पेपर मई के पहले सप्ताह में होने की संभावना है । इसके अलावा अभी तक 19 मार्च तक हुईं परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हुआ है । अब ऐसे में मई व जून के दूसरे सप्ताह तक मूल्यांकन कार्य चलेगा । इसके चलते जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह तक रिजल्ट घोषित होंगे । हालांकि , 2018 व 2019 में 15 मई को दोनों कक्षाओं के रिजल्ट घोषित हुए थे ।वहीं , विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मप्र बोर्ड परीक्षा की समय सारिणी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के साथ ही घोषित की जाएगी ।

बोर्ड परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 21 मार्च से होने वाला था , लेकिन इसे भी 14 अप्रैल तक के लिए स्थगित किया गया है । ऐसे में अगर मई माह में मूल्यांकन कार्य शुरू होगा तो जून तक चलेगा । स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मई के दूसरे सप्ताह तक रिजल्ट घोषित करना संभव नहीं होगा , क्योंकि परीक्षाओं से लेकर मूल्यांकन कार्य में देरी होगी । इस बार दोनों कक्षाओं में साढ़े 19 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है । दोनों कक्षाओं की करीब 1 करोड़ 20 लाख कॉपियों का मूल्यांकन होगा । यह मूल्यांकन कार्य तीन चरणों में सम्पन्न होगा ।


अप्रैल में 10वीं एवं 12वीं परीक्षा के संबंध में वायरल आदेश फर्जी


| मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं  की परीक्षा को लाॅकडाउन के कारण स्थगित कर दिया गया था।अभी हाल ही में फेसबुक एवं वाट्सएप पर कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा को लेकर एक आदेश वायरल हो रहा है जिनमें लॉक डाउन के बाद परीक्षाओं की तारीख का ऐलान किया गया है।  डीईओ विकास जोशी का कहना है कि परीक्षा की तिथियों के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। जो भी आदेश तिथियों के संबंध में फेसबुक और वाट्सएप पर चल रहा है वह फर्जी है।
 एक आदेश सोशल मीडिया फेसबुक एवं वाट्सएप पर छात्रों के बीच पहुंच गया, इसमें हाईस्कूल का हिंदी का पेपर 17 अप्रैल, गणित का 16 अप्रैल, जीव विज्ञान का 17 अप्रैल और रसायन विज्ञान का 20 अप्रैल को बताया गया है। यह आदेश किसी शरारती तत्वों के द्वारा वायरल किया गया है आए दिन ऐसे फर्जी आदेश वायरल हो रहे हैं,
ऐसी फर्जी जानकारी शेयर करने से बचें एवं सत्यता की प्रामाणिकता के बिना ऐसी खबरों पर विश्वास ना करें
परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं अनावश्यक तनाव में ना रहे किसी भी प्रकार के परीक्षा के संबंध में केबल बोर्ड द्वारा जारी आदेश पर ही भरोसा करें