जहांगीराबाद मुर्गी बाजार में कोई भी पशु-पक्षी कैद नहीं है। नगर निगम ने दुकानें खुलवाकर करवाई जांच, सोशल मीडिया पर प्रसारित संदेश पूरी तरह तथ्यों से विपरीत एवं निराधार


जहांगीराबाद मुर्गी बाजार में कोई भी पशु-पक्षी कैद नहीं है।
नगर निगम ने दुकानें खुलवाकर करवाई जांच, सोशल मीडिया
पर प्रसारित संदेश पूरी तरह तथ्यों से विपरीत एवं निराधार
                         
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी 21 दिन के लाकडाउन के तहत राजधानी के कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा जहांगीराबाद स्थित मुर्गी बाजार में पशु-पक्षियों को केद कर रखे जाने का कथित रूप से सोशल मीडिया पर तथ्यों से विपरीत संदेश भेजकर जनमानस में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है तथा शासन, प्रशासन एवं नगर निगम की छवि को अनावश्यमक रूप से धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त तथ्य पूरी तरह से निराधार है। नगर निगम द्वारा उक्त क्षेत्र की दुकानों को खुलवाकर जांच कराई गई और कोई भी पशु-पक्षी वहां पर मौजूद नही था।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी 21 दिन के लाकडाउन के तहत राजधानी भोपाल में भी लाकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है। राजधानी भोपाल के जहांगीराबाद स्थित मुर्गी बाजार को लेकर 3-4 दिनों से सोशल मीडिया पर कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा यह संदेश प्रसारित किया जा रहा है कि यहां पर बिकने वाले पशु-पक्षियों को लाकडाउन के दौरान कैद कर के रखा गया है और उन्हें दाना-पानी नहीं डाला जा रहा है। सोषल मीडिया पर प्रसारित इस प्रकार के भ्रामक संदेश को निगम आयुक्त श्री विजय दत्ता ने संज्ञान में लेते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस के श्रीवास्तव को उक्त स्थल का निरीक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। निगम आयुक्त के निर्देश पर डॉ. श्रीवास्तव ने उक्त स्थल का निरीक्षण करने पर समस्त दुकानें बंद पाई और दुकानों को खुलवाकर देखा गया तो वहां पर कोई पशु-पक्षी मौजूद नहीं था।
डॉ. श्रीवास्तव ने दुकानदारों से संपर्क करने पर फिश एंड बर्ड हाउस के संचालक श्री एहसान एवं श्री माजिद अली ने बताया कि लाकडाउन से पहले ही पशु-पक्षियों को लाना बंद कर दिया था और दुकान में बचे हुए पशु-पक्षियों को घर ले गए है जहां पर उन्हें दाना-पानी का भरपूर इंतजाम किया जा रहा है। एक और दुकानदार महफूज ने बताया कि फिश एकोरियम में रखी हुई छोटी/बडी मछलियों को हाली डे फूड दिया जा रहा है जो लगभग 7-8 दिनों तक चलता है और यह मछलियों के लिए 8 दिनों तक पर्याप्त होता है ताकि उन्हें बार-बार दाना-पानी देने की आवश्यंकता न पडे। फिश एंड वर्ड हाउस के संचालकों ने कहा कि हम सभी शासन, प्रशासन के लाकडाउन के आदेश का पालन कर रहे है और हमेशा सहयोग करने के लिए तत्पर है।
उल्लेखनीय है कि विगत दो दिवस पूर्व भी कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा भी ऐसी भ्रामक अफवाह फैलाने पर वन विभाग, नगर निगम तथा पुलिस की टीम द्वारा जहांगीराबाद स्थित मुर्गी बाजार में पहुंचकर कार्यवाही की थी। उक्त कार्यवाही के दौरान उस समय भी किसी तरह के पशु-पक्षी प्राप्त नही हुए थे।