मध्यप्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम की आस लगाए बैठे हजारों परीक्षार्थी

newsjobmp.com- मध्यप्रदेश में एक लंबे अरसे के बाद शिक्षक भर्ती काफी राजनीतिक उठापटक होने,एवं परीक्षा को लेकर कई आरोप प्रत्यारोप लगने के बाद लगभग 7 वर्ष बाद शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा संपन्न हुई है, अब इसकी परीक्षा परिणाम घोषित होने की हजारों अभ्यार्थी राह देख रहे हैं,लेकिन कुछ जिम्मेदार अधिकारी परीक्षा संपन्न होने के बाद भी आचार संहिता का बहाना लेकर परीक्षा परिणाम घोषित करने में आनाकानी कर रहे हैं,लोकसभा आचार संहिता लागू होने के बाद देश एवं प्रदेश में कई परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए गए हैं जिन पर आचार संहिता का कोई प्रभाव नहीं रहा अभी हाल ही में हुई मध्यप्रदेश पीएससी द्वारा सेट का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है इसके साथ देश के सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाला यूपीएससी का भी परिणाम घोषित किया गया है जिसका आचार संहिता का कोई असर नहीं रहा, परीक्षा परिणाम को लेकर जब PEB अधिकारियों से बात की गई तो वहां से उत्तर प्राप्त होता है कि परीक्षा परिणाम चुनाव के बाद घोषित होगा,मध्यप्रदेश में लगातार शिक्षकों की कमी के कारण प्रदेश का आज शिक्षा स्तर इस कदर गिर गया है, कि अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों का प्रवेश प्राइवेट स्कूलों में कराने को मजबूर हैं,पिछली सरकार ने राजनीतिक लाभ के उद्देश्यों को देखते हुए लगातार शिक्षक भर्ती कराने के नाम पर बेरोजगार युवाओं को झूठे आश्वासन देकर भर्ती कराने में लगभग 7 वर्ष का समय लगा दिया,शिक्षकों की कमी एवं शासकीय विद्यालय में शिक्षा का गिरता स्तर के कारण आज मध्यप्रदेश के अधिकांश प्राथमिक विद्यालय बंद हो गए हैं या बंद होने की कगार पर है,इन सब का जिम्मेदार आखिर कौन है कब तक राजनीति लाभों के उद्देश्य से देश के भविष्य से खिलवाड़ होता रहेगा |