प्राथमिक शिक्षक भर्ती में प्रदेश के युवाओं की प्राथमिकता की मांग को लेकर युवाओं ने सोशल मीडिया पर सरकार को घेरा

प्राथमिक शिक्षक भर्ती में प्रदेश के युवाओं की प्राथमिकता की मांग को लेकर युवाओं ने सोशल मीडिया पर सरकार को घेरा

मध्यप्रदेश में एक लंबे अरसे के बाद नियमित शिक्षकों की भर्ती होने जा रही है वर्ग 1 और 2 की भर्ती होने के बाद PEB द्वारा 6 जनवरी से प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन प्रारंभ किए जा रहे हैं,
इसमें 15,000 अधिक पदों पर भर्ती होनी है,प्राइमरी स्कूलों के साथ-साथ खेल शिक्षक, प्रयोगशाला शिक्षक आदि के पदों पर भी भर्ती की जानी है,
मध्य प्रदेश के युवाओं ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती में मध्यप्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर सरकार को फेसबुक ट्विटर पर अपनी मांग को लेकर नाराजगी जता रहे हैं, युवाओं का कहना है की कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनावों से पहले अपने घोषणापत्र में कहा था कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही सरकारी नौकरियों में मध्यप्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार मध्यप्रदेश के मूल निवासियों के हितों में निर्णय नहीं ले रही, मांग को लेकर युवाओं ने सोशल मीडिया पर सरकार घेर रहे है युवाओं का कहना है कि उत्तर प्रदेश, बिहार ,उत्तराखंड जैसे राज्यों में हाल ही में शिक्षक भर्ती हुई जिसमें बाहरी राज्यों की आवेदन प्राप्त नहीं किए गए फिर मध्यप्रदेश में होने वाली भर्तियों में बाहर के आवेदकों से फॉर्म क्यों भरवाए जा रहे हैं, की कांग्रेस सरकार अपनी वचन पत्र को निभाऐ मध्यप्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती से ही प्रदेश के युवाओं के हित में निर्णय ले क्योंकि प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में देने का प्रावधान है इसलिए स्थानीय लोगों को इसमें वरीयता दी जानी चाहिए, एवं शिक्षक भर्ती वर्ग 2 में पद वृद्धि के साथ बाहरी राज्यों के रोजगार पंजीयन हो कठोरता से जांच कराना चाहिए|
नीचे कुछ सोशल मीडिया के मैसेज